Mata Kali माता पार्वती का ही एक स्वरुप है। दुष्टों का नाश करने हेतु माता पार्वती Mata Kali का रूप धारण करती है। माता पार्वती का यह स्वरुप उनके रोद्र स्वरूपों में से एक है। माता काली की आराधना कई तांत्रिक विधिओ में विशेष रूप से की जाती है। Mata Kali का यह स्वरुप बहुत ही विकराल और भयावह है। कहा जाता है की दुष्टों का संहार करने के पश्चात माता काली का क्रोध शांत होने का नाम नहीं ले रहा था तब भगवान महादेव ने उनके समक्ष समर्पण की भावना से उनके मार्ग के आड़े लेट गए थे, तब माता काली ने अपना पग उनकी छाती पर रख दया था तत पश्चात उन्हें अपने क्रोध का आभास हुआ और उनका क्रोध शांत हुआ। Mata Kali की आराधना सदैव शुभ फल देती है। Kali Mata Aarti का पठन और श्रवण नवरात्री और सभी शुभ प्रसंगों पर किया जाता है।
॥ माँ काली की आरती (हिन्दी) ॥
!! अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुण गायें भारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती !!
!! तेरे भक्त जनों पे माता, भीर पड़ी है भारी,
दानव दल पर टूट पडो माँ, करके सिंह सवारी,
सौ सौ सिंहों से तु बलशाली, दस भुजाओं वाली,
दुखिंयों के दुखडें निवारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती !!
!! माँ बेटे का है, इस जग में, बडा ही निर्मल नाता,
पूत कपूत सूने हैं पर, माता ना सुनी कुमाता,
सब पर करुणा दरसाने वाली, अमृत बरसाने वाली,
दुखियों के दुखडे निवारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती !!
!! नहीं मांगते धन और दौलत, न चाँदी न सोना,
हम तो मांगे माँ तेरे मन में, इक छोटा सा कोना,
सबकी बिगडी बनाने वाली, लाज बचाने वाली,
सतियों के सत को संवारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती !!
!! अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुण गायें भारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती !!
॥ Kali Mata Aarti (English) ॥
!! Aambe Tu Hai Jagdambe, Kali Jai Durge Khappar Wali,
Tere Hi Gunn Gaye Bharti, O Maiya Hum Sab Utare Teri Aarti !!
!! Tere Bhagat Jano Pe Mata Bheer Padi Hai Bhari,
Danav Dal Par Toot Pado Maa Krke Singh Savari,
Sou Sou Singho Se tu Balshali Hai Dus Bhujao Wali,
Dukhio Ke Dukhde Niwarti, O Maiya Hum Sab Utare Teri Aarti !!
!! Maa Bete Ka Hai Is Jug Mein Bada Hi Nirmal Nata,
Poot Kapoot Sune Hain, Par Na Mata Suni Kumata,
Sub Pe Kruna Darsane Wali Amrit Barsane Wali,
Dukhio Ke Dukhde Niwarti, O Maiya Hum Sab Utare Teri Aarti !!
!! Nahin Mangte Dhan Aur Daulat, Na Chandi Na Sona,
Hum To Mange Maa Tere Mann Mein Ek Chota Sa Kona,
Sab Ki Bigdi Bnane Wali Laaj Bachane Wali,
Satiyo Ke Sat Ko Savarti, O Maiya Hum Sab Utare Teri Aarti !!
!! Aambe Tu Hai, Jagdambe Kali Jai Durge Khappar Wali,
Tere Hi Gunn Gaye Bharti, O Maiya, Hum Sab Utare Teri Aarti !!